उत्तरपथ में आप बठी, हाथ सिद्ध वाचा ऋद्धि-सिद्धि । धनधान्य देहि-देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।। वज्र पानी पिबेच्चांगे डाकिनी डापिनी रक्षोव सर्वांगे। ॐ वज्र मुस्ठी वज्र किवाड़। वज्र बाँधों दश द्वार। जियति संचारे। किलनी पोतनी। अनिन्तुश्वरि करे। He is going to be born given that the son of Sri Krishna, and https://vashikaran99776.qowap.com/94472954/the-upay-diaries